इस समय सभी देश कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे हैं। वहीं इस कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी देशों में लॉकडाउन लगाया गया है जिसकी वजह से कई लाख लोग विदेशों में फंसे हुए थे। वहीं इन सभी लोगों को वापस लाने के लिए वंदे मातरम मिशन शुरू किया है। वहीं इस मिशन के लिए केंद्र सरकार ने भारतीय नौसेना का आईएनएस जलाश्व को चुना है। समंदर के सिकंदर बने संकटमोचक इंडियन नेवी की वॅारशिप INS Jalashwa फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
वंदे मातरम मिशन के तहत आईएनएस जलाश्व समुंद्र के रास्ते मालदीव में फंसे हुए नागरिकों को भारत लेकर आज वापस लौंटगी। वहीं विदेशों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए नेवी ने आईएनएस जलाश्व के अंदर खास तरह की तैयारी की है और इस बात की जानकारी ‘पीआरओ डिफेंस’ के अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर करके दी है।
The majestic #INSJalashwa anchored at Malé harbour, is a landing platform dock (LPD) amphibious ship.#IndiaFightsCorona#MoDAgainstCorona@SpokespersonMoD pic.twitter.com/8Kc9Zm2LTt
— PRO Defence Mumbai (@DefPROMumbai) May 7, 2020
आईएनएस जलाश्व को अंदर से भी लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है। वहीं नागरिकों के लिए रहने की दुरुस्त व्यवस्था, साफ-सुथरे बेड, खाने-पीने का सामान व अन्य सुविधाओं का भी खास ख्याल रखा गया है। वहीं पोर्ट पर तैनात कर्मियों को पीपीई सूट दिए गए हैं। बता दें, आईएनएस जलाश्व के जरिये मालदीव में फंसे नागरिकों को मालदीव से केरल के कोच्चि लाया जाएगा। वहां उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।
HCI officials and volunteers distribute snacks and juices to the 1st batch of Indian nationals being evacuated today from Male’ to Kochi by #INSJalashwa. Utmost care is being taken to maintain high safety standards.
Operation #SamudraSetu#MissionVandeBharat@MEAIndia pic.twitter.com/ELtvH4VD1D
— India in Maldives (@HCIMaldives) May 8, 2020
नौसेना वॉरशिप आईएनएस जलाश्व गुरुवार को मालदीव पहुंच गया था। वहीं आज आईएनएस जलाश्व आज सभी भारतीयों को लेकर कोच्चि के लिए निकलेगा।
आपको बता दें, लॉकडाउन के कारण मालदीव में फंसे 732 भारतीय नागरिकों ने से भारत लौटने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं रजिस्ट्रेशन अभी जारी है विभाग ने जानकारी दी है कि आज लाए जा रहे नागरिकों में से 19 गर्भवती महिलाएं हैं और 14 बच्चे हैं। वहीं रक्षा मंत्रालय खुद इन ऑपरेशंस पर बारीकी से नजर रख रहा है। वहीं इसी के साथ आईएनएस मगर भी भारतीय नागरिकों को देश लाने के लिए मालदीव जा रहा है।