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दुबई में 17 भारतीय कामगारों की चली गई नौकरी, घर- भोजन में आ रही थी दिक्कत, अब इनकी मदद से लौटे स्वेदश

कोरोना वायरस की वजह से खाड़ी देशों में काम करने गये कई लोगों की नौकरी चली गयी है जिसकी वजह से ये लोग बड़ी मुसीबत का सामना कर रहे हैं और आपने देश लौटना चाहते है। लेकिन इनमें से कई लोग ऐसे हैं जिनके पास वापस स्वदेश लौटने के लिए पैसे नहीं है और इन लोगों की मदद करने के लिए सामुदायिक समूह ओडिशा समाज यूएई और  भारतीय वाणिज्य दूतावास मदद के लिए सामने आया है।

दरअसल, दुबई में बिना वेतन फंसे हुए 17 भारतीय कामगारों को घर भेजने के लिए सामुदायिक समूह ओडिशा समाज यूएई और भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक बड़ा प्रयास किया है। वहीं इन दोनों के प्रयासों की बदौलत ये 17 कामगार घर के लिए उड़ान भरेंगे।

दुबई में 17 भारतीय कामगारों की चली गई नौकरी, घर- भोजन में आ रही थी दिक्कत, अब इनकी मदद से लौटे स्वेदश

खलीज टाइम्स के अनुसार, इस मदद को लेकर ओडिशा समाज यूएई के अध्यक्ष अमिय कुमार मिश्रा ने कहा कि “हमें एक महीने पहले कामगारों की स्थितियों के बारे में सूचित किया गया था, जब वे पिछले तीन महीनों से बिना वेतन के रहने के बाद खाद्य आपूर्ति की समस्या से जूझ रहे थे। हमने इस मामले को भारतीय वाणिज्य दूतावास तक पहुंचाया, जिसने स्थिति को संभाल लिया और श्रमिकों को  आपूर्ति प्रदान की।

अमिय कुमार मिश्रा ने ये भी बताया कि कामगारों के साथ उस वक्त और दिक्कत शुरू हो गई, जब उनके मकान मालिक ने किराए का भुगतान न करने की वजह से बेदखल कर दिया। चूंकि श्रमिकों को उनका वेतन नहीं मिला था, वे अपने कमरे के किराए का भुगतान नहीं कर सकते थे। मकान मालिक ने बिजली और पानी की आपूर्ति बंद कर दी और बिना किराए के लगभग एक महीने तक वहाँ रहने की अनुमति देने के बाद उन्हें कमरा खाली करने के लिए कहा।

फिर एक दिन उन्होंने अपने सामान के साथ पेड़ के नीचे बिताया, इससे पहले कि ओडिया समाज की एक टीम और भारतीय वाणिज्य दूतावास मदद के लिए आगे आयी और उन्हें एक और आवास दिलवाया।

दुबई में 17 भारतीय कामगारों की चली गई नौकरी, घर- भोजन में आ रही थी दिक्कत, अब इनकी मदद से लौटे स्वेदश

 

वहीँ भारत के महावाणिज्य दूतावास ने जानकारी दी कि 17 कामगारों में से 16, ओडिशा से हैं और एक उत्तर प्रदेश से है। जैसे ही हमें पता चला कि वे हैं। बिना वेतन के छोड़ दिया गया, हमने उन्हें नियमित रूप से राशन की आपूर्ति शुरू कर दी। लेकिन लगभग 20 दिन पहले, हमें पता चला कि उन्हें उनके कमरों से निकाल दिया गया था, इसलिए हमने उनके ठहरने की व्यवस्था की।

चूंकि उनके नए आवास में रसोई की सुविधा नहीं थी, हमने उनके भोजन की भी व्यवस्था की। इसके अलावा हमने उनके आउटपास और हवाई टिकटों की भी व्यवस्था की है और वे 9 अक्टूबर को एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा घर के लिए उड़ान भरने के लिए व्यवस्था की।

आपको बता दें, ऐसे कई लोग है जिनकी कोरोना वायरस की वजह से नौकरी चली गयी है। जिसकी वजह से ये लोग यहां पर बड़ी परेशानी का सामना कर रहे हैं और इस वजह से ये लोग वापस स्वदेश लौटना चाहते हैं।