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दुबई में फंसे हुए है झारखंड के कई कामगार, वतन वापसी के लिए लगाई विदेश मंत्रालय से गुहार

जब से कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लगा हुआ है, तब से लगातार कई बार ऐसी खबरें सामने आई है, जिसमें कई गरीब भारतीय मजदूर के विदेश में फंसे होने की बात कही गई है। हाल ही में एक बार फिर ऐसी एक और खबर सामने आई है, इस खबर में बताया गया हैं कि झारखंड के हजारीबाग और बोकारो जिले के कई कामगार दुबई में कमाने गए थे। लेकिन कोरोना वायरस संकट के दौरान लगे लॉकडाउन की वजह से वो वहीं फंस गए है।

दुबई में इन कामगारों का एक- एक दिन बहुत ही मुश्किल से बीत रहा है। तीन चार कामगारों से ये मजदूर लोग दुबई में अपना समय बेहद ही कठिनाईयों से बिता रहे हैं। इन कामगारों ने कई सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म के जरिए से भारत के विदेश मंत्रालय से गुहार लगा रहा है। बता दें कि दुबई में फंसे 26 से ज्यादा कामगार बगौदर, विष्णुगढ़, टाटी झारिया और बोकारो के चतरो चट्टी प्रखंड के है।

दुबई में फंसे झारखंड के इन कामगारों ने अपने अपने एरिया के जनप्रतिनिधियों तक भी अपनी परेशानी का बात पहुंचाई है। जिस कंपनी में ये कामगार काम करते है, उस कंपनी से इन्हें अभी तक सैलेरी नहीं मिल कर रही है। सैलेरी मांगने पर कंपनी को लोग मजदूरों को कई तरह की धमकियां दे रहे हैं। दुबई में फंसे ये कामगार झारखंड बगोदर के मुंडरो, खेतको, पोचरी, हजारीबाग के जोबर फुसरो, होलंग और चतरोचट्टी प्रखंड के सिधाबारा के एरिया से ताल्लूक रखते है।

हाल ही में इन कामगारों ने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करके बताया कि इन लोगों कि दुबई में आर्थिक स्तिथी बहुत ही ज्यादा खराब है। इन कामगारों ने लॉकाउन के चार महीनों के दौरान कई जगहों पर कॉन्टेक्ट किया, लेकिन कहीं से भी उनकी मदद के लिए उन्हें जवाब नहीं मिला। कहीं से भी उन्हें किसी भी तरह की मदद नहीं मिल रही है, यहां तक दुबई की सरकार भी उनकी मदद नहीं कर रही है।