हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और इजरायल ने अपनी 72 साल से दुश्मनी को भुलाकर एक ऐतिहासिक समझौता किया है वहीं अब भारत ने इस समझौते का स्वागत किया है।
दरअसल, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और इजरायल ने शांति के लिए आपसी दोस्ती को बहाल करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के कहने पर एक समझौता किया है। वहीं इस समझौते के तहत इजरायल ने फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक इलाके में अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार हो गया है। इसके अलावा दूसरी तरफ यूएई, इजरायल से पूर्ण राजनयिक संबंध बहाल करने को राजी हो गया। जिसके बाद अब UAE ऐसा करने वाला वह पहला खाड़ी देश बन गया है।
वहीं इस समझौते को लेकर भारत ने शुक्रवार को यूएई और इजरायल के बीच संबंधों के सामान्यीकरण का स्वागत किया। वहीं इस समझौते को लेकर को भारत के Ministry of External Affairs के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, “भारत ने पश्चिम एशिया में शांति, स्थिरता और विकास का लगातार समर्थन किया है। इस संदर्भ में, हम संयुक्त अरब अमीरात और इजरायल के बीच संबंधों के पूर्ण सामान्यीकरण का स्वागत करते हैं। दोनों देश भारत के प्रमुख रणनीतिक साझेदार हैं।”
वहीं उन्होंने ये भी कहा, “भारत ने अपना पारंपरिक समर्थन जारी रखा है। हमें उम्मीद है कि स्वीकार्य दो-राज्य समाधान खोजने के लिए सीधी बातचीत फिर से शुरू होगी।”
इस ऐतिहासिक समझौते के तहत अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, यूएई के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू में तीन-तरफा कॉल कॉन्फ्रेंसिंग हुई। वहीं ट्रंप के अलावा, समझौते के लिए मुख्य अमेरिकी मध्यस्थ राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार और दामाद जेरेड कुशनर, विशेष मध्य पूर्व दूत एवी बर्कोवित्ज और अमेरिकी राजदूत डेविड फ्राइडमैन थे।
यह समझौते होने के बाद गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस घोषणा करते हुए कहा कि, “49 वर्षों के बाद, इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात अपने राजनयिक संबंधों को पूरी तरह से सामान्य करेंगे। अब जब बर्फ टूट गई है, तो मैं उम्मीद करता हूं कि अरब के और मुस्लिम देश भी यूएई का अनुसरण करेंगे।”
वहीं इस समझौते के तहत इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधिमंडल आने वाले हफ्तों में निवेश, पर्यटन, सीधी उड़ान, सुरक्षा, दूरसंचार और अन्य मुद्दों पर द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। जिसके बाद अब दोनों देश कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए भी भागीदार होंगे।