जब किसी देश में कोई बच्चा पैदा होता है तो उसे उस देश की नागरिकता दी जाती है लेकिन कई बार सोशल मीडिया या फिर अख़बार में खबर आती है कि एक माँ ने हवाई जहाज में एक बच्चे को जन्म दिया।
वहीं इस बीच एक सवाल पैदा होता है कि हवाई जहाज में पैदा हुए इस बच्चे को किस देश की नागरिकता मिलती होगी। वहीं इस बीच इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि अगर हवाई जहाज में बच्चा पैदा होता तो उसे किस देश की नागरिकता मिलती है।
जानकारी के अनुसार, 7 महीने या उससे अधिक की गर्भवती महिला को हवाई यात्रा करने की अनुमति नहीं है, लेकिन कुछ विशेष मामलों में इसकी अनुमति है। वहीं अगर गर्भवती महिला विमान में सफ़र करती हाई और बच्चा पैदा हो जाता है तो ऐसे में यह देखना होगा कि बच्चे के जन्म के समय विमान किस देश की सीमा से ऊपर उड़ान भर रहा है।
वहीं लैंडिंग के बाद बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र से संबंधित दस्तावेज उस देश के एयरपोर्ट अथॉरिटी से प्राप्त किए जा सकते हैं। हालांकि, बच्चे को अपने माता-पिता की राष्ट्रीयता प्राप्त करने का भी अधिकार है।
जानिए भारतीय कानून इस बारे में क्या कहता है?
उदाहरण के लिए मान लीजिए अगर कोई विमान बांग्लादेश से अमेरिका जाने के लिए भारत की सीमा से गुजरता है तो इसी दौरान कोई महिला किसी बच्चे को जन्म देती है तो बच्चे का जन्म स्थान भारत को माना जाता है और नवजात शिशु आसानी से भारत की नागरिकता पा सकता है। इसके अलावा उसे अपने माता-पिता की भी नागरिकता और राष्ट्रीयता मिल सकती है। मगर भारत में दोनों देशों की नागरिकता पर रोक है।
सामने आ चुका है कुछ ऐसा ही मामला
कुछ साल पहले ऐसा ही मामला अमेरिका में सामने आया था। एक विमान ने एम्सटर्डम से अमेरिका के लिए उड़ान भरी थी। जब विमान अटलांटिक महासागर में पहुंचा तो एक महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी और उसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। हालांकि बाद में, मां और बच्चे को अमेरिका के मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल ले जाया गया। लड़की का जन्म यूएस बॉर्डर में हुआ था, इसलिए उसे यूएस और नीदरलैंड दोनों की नागरिकता मिल गई।
आपको बता दें, विमान में जन्म लेने वाले बच्चों की नागरिकता को लेकर हर देश में अलग-अलग नियम होते हैं।