क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को सऊदी अरब साम्राज्य के प्रधानमंत्री बनने पर UAE के राष्ट्रपति, महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, और संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री और दुबई के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम,ने बधाई दी है।
أبارك لأخي محمد بن سلمان تعيينه رئيساً للوزراء وخالد بن سلمان وزيراً للدفاع وأعضاء الحكومة السعودية الجديدة على الثقة الكبيرة التي نالوها من خادم الحرمين الشريفين.. تمنياتي لهم التوفيق في خدمة المملكة، ومواصلة مسيرة نهضتها الشاملة وتحقيق تطلعات شعبها نحو التقدم والرخاء.
— محمد بن زايد (@MohamedBinZayed) September 28, 2022
वहीं सुप्रीम काउंसिल के सदस्य और शारजाह के शासक शेख डॉ सुल्तान बिन मुहम्मद अल कासिमी ने भी नए प्रधान मंत्री को बधाई दी। दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने एक ट्वीट में प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को बधाई दी, जिसमें उन्होंने अपनी नई भूमिका में सफलता की कामना की। वहीं उन्होंने सऊदी अरब के लिए और प्रगति और समृद्धि की भी कामना की।
نبارك لأخي الأمير محمد بن سلمان بن عبدالعزيز آل سعود ولي عهد السعودية بمناسبة تعيينه رئيساً لمجلس الوزراء، ودعواتنا لسموه بالتوفيق والسداد، وللمملكة العربية السعودية الشقيقة بمزيد من التقدم في ظل القيادة الرشيدة لخادم الحرمين الشريفين الملك سلمان بن عبدالعزيز آل سعود. pic.twitter.com/wTR77FYSnd
— Hamdan bin Mohammed (@HamdanMohammed) September 27, 2022
दो पवित्र मस्जिदों के संरक्षक, राजा सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ ने राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान को राज्य के प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त करने की घोषणा करी थी। इससे पहले वे प्रधानमंत्री पद का कार्यभार खुद ही संभाल रहे थे।
वहीं सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि किंग सलमान ने पूर्व उप रक्षा मंत्री प्रिंस खालिद बिन सलमान को नए रक्षा मंत्री के रूप में कैबिनेट फेरबदल का भी आदेश दिया। जबकि, तलाल बिन अब्दुल्ला बिन तुर्क अल-ओतैबी को सहायक रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है।
सऊदी में अचानक हुए इस पावर ट्रांसफॉर्मेशन के पीछे फिलहाल कोई वजह नहीं बताई गई है। किंग सलमान ही कैबिनेट की सभी बैठकों की अध्यक्षता जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि मोहम्मद बिन सलमान का किंग सलमान की जगह प्रधानमंत्री बन जाना सऊदी के लिए कई मायनों में खास है। इसकी वजह उनकी देश की उदार छवि गढ़ने की कोशिशें हैं, जिनका असर साल 2017 में क्राउन प्रिंस बनने के बाद से लगातार दिखता भी आया है।