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कोरोना कहर के बीच हवाई किराये को लेकर इस दिन बड़ा फैसला लेगी सरकार, हो सकते हैं ये बदलाव

इस समय दुनियाभर के देश कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे हैं। इस कोरोना वायरस की वजह एयरलाइन्स कंपनी बुरी तरह प्रभावित हुई है। वहीं इस बीच भारत के नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एयरलाइन्स के हवाई किराये को लेकर बड़ा फैसला करना वाली है।

दरअसल, कोरोना कहर के बीच शनिवार को नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ‘वंदे भारत ​मिशन’ के तीसरे और चौथ चरण में घरेलू विमान कंपनियों को 750 फ्लाइट्स के ऑपरेशन की अनुमति दी है। वहीं सरकरी विमान कंपनी एअर इंडिया (Air India) को इन दोनों चरणों में 300 फ्लाइट्स ऑपरेट करने की अनुमति है।

कोरोना कहर के बीच हवाई किराये को लेकर इस दिन बड़ा फैसला लेगी सरकार, हो सकते हैं ये बदलाव

इसी के साथ मंत्री ने ये भी कहा कि, ‘लॉकडाउन के दौरान पानी की जहाज और फ्लाइट्स के जरिए विदेशों में फंसे करीब 2,75,000 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है’ घरेलू फ्लाइट ऑपरेशन पर उन्होंने कहा कि भारत अपने कुल ऑपरेशन को 33 फीसदी भी पूरा नहीं कर पा रहा है। एक दिन में अधिकतम ट्रैफिक 72,000 पैसेंजर्स की है।

वहीं इंटरनेशनल फ्लाइट को लेकर पुरी ने कहा कि अगर प्रति दिन पैसेंजर्स की संख्या 1 लाख तक पहुंचती है तो यह 33 फीसदी क्षमता तक यह आंकड़ा पहुंच जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जब एक बार घरेलू फ्लाइट्स ऑपरेशन 50 से 55 फीसदी तक पहुंच जाएंगे तो हम अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर विचार करेंगे। बॉर्डर और एंट्री पर प्रतिबंध, क्वॉरंटीन की शर्तें आदि कुछ फैक्टर्स हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को लेकर फैसला लिया जाएगा। अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील, यूएई, सिंगापुर पर एंट्री को लेकर शर्तें हैं। ये देश केवल अपने नागरिकों को ही आने दे रहे हैं।

किराये के लोवर और अपर लिमिट पर लिया जाएगा अगस्त में फैसला


वहीं किराए को लेकर नागर विमान सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि कोविड-19 स्थिति को देखते हुए 24 अगस्त के बाद विमान किराए पर अपर और लोवर लिमिट को लेकर एक बड़ा फैसला लिया जाएगा। इसके अलावा सभी यात्रियों का बोर्डिंग पास उनके घर पर ही उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही पूरे बोर्डिंग प्रोसेस को कॉन्टैक्टलेस बनाया गया है।

नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि इंडियन एविएशन इस साल के अंत तक फिर से कोरोना काल के पहले स्तर तक पहुंच जाएगा। इसके लिए मैं पूरी तरह से आशावाद हूं।