इस बात में कोई शक नहीं है कि सोना विभिन्न धातुओं में लोगों की पहली पसंद है। चाहे कोई तीज त्यौहार हो या फिर शादी विवाह हर मौसम में लोग सोने की खरीदारी करते हैं।
भारतीय परंपरा में सोने का खास महत्व है। मगर कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिनके मन में सोने की शुद्धता को लेकर कई तरीके के सवाल निरंतर जन्म लेते रहते हैं। कई लोगों के मन में सोना खरीदने के बाद भी असली और नकली का अंदेशा बना रहता है।
वहीं अगर बात करें सोने की आभूषणों की दुकानों पर बिकने वाले सोने की तो कहा जाता है कि आज भी बड़ी संख्या में नकली सोने की खरीद-फरोख्त की जाती है।
इस तरह करें असली और नकली सोने के बीच फर्क
कुछ लोग अपने शौक के लिए सोने की खरीदारी करते हैं तो कुछ लोग इस धातु को मुनाफा कमाने का जरिया बनाने की सोचते हैं। और लोग भी सोने में इन्वेस्टमेंट करते भी हैं ऐसे में सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखा जा रहा है।
अगर आप भी सोना खरीद कर रखते हैं तो कुछ दिनों बाद आपके सोने की कीमत में काफी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। लेकिन अगर आपने गलती से नकली सोने की खरीदारी कर ली है तो आप का सोने में किया गया इन्वेस्टमेंट का पैसा डूब सकता है। ऐसी स्थिति में आपको असली और नकली सोने के बीच का फर्क करना जरूर पता होना चाहिए।
1. चुंबक की मदद से करें टेस्ट
आपको सबसे पहले यहां पर स्पष्ट कर दें कि गोल्ड कोई चुंबकीय धातु नहीं है। ऐसे में आपको अपनी सोने का चुंबकीय टेस्ट करना चाहिए। आपको एक चुंबक के टुकड़े को सोने में चिपकाना चाहिए।
ऐसे में अगर आपकी गोल्ड ज्वेलरी थोड़ी सी भी चुंबक की तरह खिचती है तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपके सोने में मिलावट की गई है। ऐसी मिलावट से बचने के लिए आपको चुंबक टेस्ट करके ही गोल्ड की खरीदारी करनी चाहिए।
2. एसिड से जांचे सोने की गुणवत्ता
एसिड से सोने की गुणवत्ता परखने के लिए आपको एक नुकीली पीने से आभूषण पर हल्का सा खुरचना है। इसके बाद आप को खरोच वाली जगह में नाइट्रिक एसिड की 1_2 बूंदी डाल देनी है।
ऐसिड पड़ते ही अगर सोने का रंग हरा हो रहा है तो इसका मतलब यह है कि आपके सोने में मिलावट है जबकि अगर सोने में नाइट्रिक एसिड की बूंदों का कोई असर नहीं जान पड़ता है तो आपका सोना बिल्कुल असली है।
3. पानी की मदद से करें असली नकली की पहचान
प्योर गोल्ड को परखने का सबसे आसान तरीका माना जाता है कि किसी बड़े बर्तन में एक दो गिलास पानी डालने के बाद इसमें आप अपनी सोने की ज्वेलरी को डाल दें। अगर थोड़ी देर बाद आप की सोने की ज्वेलरी करने लगती है तो आपको मानना पड़ेगा कि उसमें थोड़ी बहुत मिलावट की गई है। इसके अतिरिक्त खास बात यह है कि सोने में कभी भी जंग नहीं लगती है।
4. सिरामिक थाली में परखें सोने की गुणवत्ता
आपको मालूम होना चाहिए कि सिरेमिक थाली से भी शुद्ध सोने के बारे में पता लगाया जा सकता है। ऐसे मैं आपको मार्केट से सिरेमिक थाली लेकर आना है और उसमें अपनी गोल्ड की ज्वेलरी को रगड़ना है।
अगर उस थाली पर काले निशान पड़ते हैं तो आपका सोना नकली है। यह थाली पर हल्का सुनहरा रंग का निशान नजर आए तो आपको सोना बिल्कुल असली है।
5. दांतो से परखे सोने की शुद्धता
सोने की किसी भी जूलरी को असली या नकली कहने से पहले आपको उसे अपने दांतों में कुछ देर के लिए हल्का सा दबाना है यह सोने पर इस का निशान बनता है तो सोना असली है वजह भी साफ है क्योंकि गोल्ड काफी सॉफ्ट होता है। जिससे गोल्ड में आसानी से निशान पड़ जाते हैं। इसी के चलते आभूषण बनाने में सोने में कुछ अन्य धातुओं का भी मिश्रण किया जाता है।
6. हॉलमार्क पर गौर करें

अगर आप सोने की खरीदारी करने जा रहे हैं तो आपको सोने पर हॉलमार्क का निशान जरूर देखना चाहिए। इस निशान में सोने की शुद्धता से जुड़ी तमाम जानकारियां दी रहती हैं।
7. आभूषण के रंग पर नजर दौड़ाएं
आपको बता दें कि 22 कैरेट का गोल्ड ब्राइट येलो होता है।18 कैरेट का स्ट्रांग येलो और 18 कैरेट से नीचे का सोना लाइट येलो होता है। ऐसे में आपको जूलरी के रंग पर भी ध्यान देना चाहिए।
8. गंध की मदद से कर सकते हैं पहचान
सोने की खास बात यह है कि अगर यह पसीने के संपर्क में आता है और इसमें से गंध आए तो आपको मालूम होना चाहिए कि इसमें मिलावट की गई है। और प्योर गोल्ड पर आपको हर या काले धब्बे दिखाई दे सकते हैं।
आपको ऊपर बताए गए टिप्स सोने के असली नकली होने में फर्क बता सकते हैं। मगर जब भी आप कभी सोने की खरीदारी करने जाएं तो आप भरोसेमंद आभूषण विक्रेता से ही ज्वेलरी की खरीद करें। इतना ही नहीं आप गोल्ड की खरीदारी करते समय सतर्क रहें। क्योंकि यह बात काफी महंगी धातु है ऐसे में किसी जालसाज या अन्य किसी तरीके में फंसकर आप इसकी खरीदारी बिल्कुल भी ना करें।